लद्दाख की वादियों में बसे उस स्कूल को आखिरकार वो पहचान मिल गई है, जिसका सपना वर्षों से देखा जा रहा था। 3 Idiots फिल्म से मशहूर हुआ ‘Rancho’s School’, जिसे असल में SECMOL (Students’ Educational and Cultural Movement of Ladakh) कहा जाता है, को अब आधिकारिक तौर पर CBSE (Central Board of Secondary Education) से मान्यता मिल गई है।
इस ऐतिहासिक कदम से न केवल लद्दाख के शिक्षा क्षेत्र में नया उत्साह आया है, बल्कि वहां के छात्रों के भविष्य के अवसर भी कई गुना बढ़ गए हैं।
SECMOL: फिल्म से लेकर असलियत तक का सफर
Rancho’s School, जिसे हमने फिल्म में आमिर खान के किरदार के जरिए देखा, असल में सोनम वांगचुक के विजन का परिणाम है। वांगचुक ने SECMOL की स्थापना 1988 में की थी ताकि लद्दाख के बच्चों को व्यावहारिक और सच्ची शिक्षा मिल सके।
फिल्म 3 Idiots में जिस तरह से रैंचो अपने नए प्रयोगों और सोचने के नए तरीकों से शिक्षा को रोचक बनाता है, वही दर्शन असल SECMOL स्कूल में भी देखने को मिलता है।
CBSE से मान्यता: क्यों है खास?
अब जबकि Rancho’s School को CBSE affiliation मिल गया है, छात्रों के लिए यह एक बड़ा अवसर बन गया है। मान्यता मिलने से छात्रों को:
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केंद्रीय स्तर पर बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने का मौका मिलेगा।
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भारत के किसी भी विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए योग्यता बढ़ेगी।
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भविष्य में रोजगार और स्कॉलरशिप के बेहतर अवसर मिलेंगे।
स्कूल प्रशासन के मुताबिक, इस साल पहली बार SECMOL के छात्र CBSE बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। छात्रों और अभिभावकों दोनों में इस खबर को लेकर जबरदस्त खुशी है।
छात्रों में उत्साह और उम्मीद
SECMOL में पढ़ रहे छात्रों का कहना है कि अब वे अपने सपनों को नई उड़ान दे सकते हैं। एक छात्र ने कहा,
“पहले हमें लगता था कि पहाड़ों के बीच रहकर हम पीछे रह जाएंगे, लेकिन अब CBSE सर्टिफिकेट के साथ हम भी देश के बाकी छात्रों के साथ कदम से कदम मिला पाएंगे।”
छात्रों के बीच पहली बोर्ड परीक्षा को लेकर थोड़ा तनाव भी है, लेकिन उससे कहीं ज्यादा खुशी और गर्व का माहौल है।
3 Idiots और Rancho Effect
3 Idiots ने ना सिर्फ शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए, बल्कि ‘सीखने’ के नए मायनों को भी जनता के सामने रखा। फिल्म के रिलीज के बाद से ही SECMOL दुनियाभर में प्रसिद्ध हो गया था। हजारों पर्यटक हर साल इसे देखने आते हैं। अब CBSE मान्यता के साथ, SECMOL एक और नई ऊंचाई पर पहुंच गया है।
सोनम वांगचुक ने खुशी जताते हुए कहा,
“यह सिर्फ एक स्कूल की उपलब्धि नहीं है, बल्कि पूरे लद्दाख के बच्चों के सपनों की जीत है।”
भविष्य की योजनाएं
CBSE मान्यता के बाद SECMOL अब अपने शैक्षणिक ढांचे को और मजबूत करने पर ध्यान दे रहा है। स्कूल प्रशासन ने बताया कि वे जल्द ही STEM एजुकेशन (Science, Technology, Engineering, Mathematics) और पर्यावरणीय शिक्षा के लिए नए कोर्स शुरू करेंगे।
इसके साथ ही, छात्रों के लिए ऑनलाइन लर्निंग, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स और अन्य आधुनिक तकनीकों को भी शामिल किया जाएगा।
लद्दाख की शिक्षा क्रांति का एक नया अध्याय
लद्दाख जैसे दुर्गम क्षेत्र में जहां शिक्षा संसाधनों की कमी हमेशा एक चुनौती रही है, SECMOL की CBSE मान्यता एक नयी उम्मीद लेकर आई है। यह पहल न केवल स्थानीय छात्रों को लाभ पहुंचाएगी, बल्कि देश के बाकी हिस्सों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगी।
आज, जब दुनिया शिक्षा के नए रास्ते तलाश रही है, SECMOL यह साबित कर रहा है कि अगर इच्छा हो तो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी सफलता संभव है।
निष्कर्ष
Rancho’s School यानी SECMOL को मिली CBSE Affiliation केवल एक मान्यता पत्र नहीं, बल्कि उन सपनों का प्रमाण है जो लद्दाख की वादियों में पल रहे थे। अब ये छात्र भी देश-दुनिया में अपनी पहचान बना सकेंगे। पहली बार बोर्ड परीक्षा का इंतजार कर रहे इन बच्चों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है — एक नई शुरुआत, जो उनकी मेहनत और सपनों को नया आकाश देगी।